महाभारतम् — 4.4.27
Original
Segmented
यस्य कोपो महा-बाधः प्रसादः च महा-फलः कः तस्य मनसा अपि इच्छेत् अनर्थम् प्राज्ञ-संमतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कोपो | कोप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
बाधः | बाधा | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रसादः | प्रसाद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
फलः | फल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
इच्छेत् | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अनर्थम् | अनर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्राज्ञ | प्राज्ञ | pos=a,comp=y |
संमतः | सम्मन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |