महाभारतम् — 4.4.17
Original
Segmented
यत् च भर्ता अनुयुञ्जीत तद् एव अभ्यनुवर्तयेत् प्रमादम् अवहेलाम् च कोपम् च परिवर्जयेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
भर्ता | भर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अनुयुञ्जीत | अनुयुज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
अभ्यनुवर्तयेत् | अभ्यनुवर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
प्रमादम् | प्रमाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवहेलाम् | अवहेल | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
कोपम् | कोप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
परिवर्जयेत् | परिवर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |