महाभारतम् — 4.38.36
Original
Segmented
बृहन्नडा उवाच यत् माम् पूर्वम् इह अपृच्छः शत्रु-सेना-निबर्हणम् गाण्डीवम् एतत् पार्थस्य लोकेषु विदितम् धनुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बृहन्नडा | बृहन्नड | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यत् | यत् | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
पूर्वम् | पूर्वम् | pos=i |
इह | इह | pos=i |
अपृच्छः | प्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=lan |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
सेना | सेना | pos=n,comp=y |
निबर्हणम् | निबर्हण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
गाण्डीवम् | गाण्डीव | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पार्थस्य | पार्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
विदितम् | विद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |