महाभारतम् — 4.38.3
Original
Segmented
भारम् वा अपि गुरुम् हर्तुम् कुञ्जरम् वा प्रमर्दितुम् मम वा बाहु-विक्षेपम् शत्रून् इह विजेष्यतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भारम् | भार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
गुरुम् | गुरु | pos=a,g=m,c=2,n=s |
हर्तुम् | हृ | pos=vi |
कुञ्जरम् | कुञ्जर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वा | वा | pos=i |
प्रमर्दितुम् | प्रमृद् | pos=vi |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वा | वा | pos=i |
बाहु | बाहु | pos=n,comp=y |
विक्षेपम् | विक्षेप | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इह | इह | pos=i |
विजेष्यतः | विजि | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |