महाभारतम् — 4.36.7
Original
Segmented
तद् अनीकम् महद् दृष्ट्वा गज-अश्व-रथ-संकुलम् कर्ण-दुर्योधन-कृपैः गुप्तम् शांतनवेन च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अनीकम् | अनीक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
गज | गज | pos=n,comp=y |
अश्व | अश्व | pos=n,comp=y |
रथ | रथ | pos=n,comp=y |
संकुलम् | संकुल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कर्ण | कर्ण | pos=n,comp=y |
दुर्योधन | दुर्योधन | pos=n,comp=y |
कृपैः | कृप | pos=n,g=m,c=3,n=p |
गुप्तम् | गुप् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
शांतनवेन | शांतनव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |