महाभारतम् — 4.34.14
Original
Segmented
यदा तत् पावको दावम् अदहत् खाण्डवम् महत् अर्जुनस्य तदा अनेन संगृहीता हय-उत्तमाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पावको | पावक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दावम् | दाव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अदहत् | दह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
खाण्डवम् | खाण्डव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अर्जुनस्य | अर्जुन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
अनेन | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
संगृहीता | संग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
हय | हय | pos=n,comp=y |
उत्तमाः | उत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=p |