महाभारतम् — 4.34.12
Original
Segmented
यो ऽसौ बृहत्-वारण-आभः युवा सु प्रिय-दर्शनः बृहन्नडा इति विख्यातः पार्थस्य आसीत् स सारथिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽसौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बृहत् | बृहत् | pos=a,comp=y |
वारण | वारण | pos=n,comp=y |
आभः | आभ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
युवा | युवन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
दर्शनः | दर्शन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बृहन्नडा | बृहन्नड | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
विख्यातः | विख्या | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पार्थस्य | पार्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सारथिः | सारथि | pos=n,g=m,c=1,n=s |