महाभारतम् — 4.32.37
Original
Segmented
विराट उवाच यथा एव मम रत्नानि युष्माकम् तानि वै तथा कार्यम् कुरुत तैः सर्वे यथाकामम् यथासुखम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विराट | विराट | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यथा | यथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
रत्नानि | रत्न | pos=n,g=n,c=1,n=p |
युष्माकम् | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
वै | वै | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कुरुत | कृ | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
यथाकामम् | यथाकाम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
यथासुखम् | यथासुखम् | pos=i |