Original

भीमस्तु भीमसंकाशो रथात्प्रस्कन्द्य कुण्डली ।त्रिगर्तराजमादत्त सिंहः क्षुद्रमृगं यथा ॥ ३२ ॥

Segmented

भीमः तु भीम-संकाशः रथात् प्रस्कन्द्य कुण्डली त्रिगर्त-राजम् आदत्त सिंहः क्षुद्र-मृगम् यथा

Analysis

Word Lemma Parse
भीमः भीम pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
भीम भीम pos=a,comp=y
संकाशः संकाश pos=n,g=m,c=1,n=s
रथात् रथ pos=n,g=m,c=5,n=s
प्रस्कन्द्य प्रस्कन्द् pos=vi
कुण्डली कुण्डलिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
त्रिगर्त त्रिगर्त pos=n,comp=y
राजम् राज pos=n,g=m,c=2,n=s
आदत्त आदा pos=v,p=3,n=s,l=lan
सिंहः सिंह pos=n,g=m,c=1,n=s
क्षुद्र क्षुद्र pos=a,comp=y
मृगम् मृग pos=n,g=m,c=2,n=s
यथा यथा pos=i