महाभारतम् — 4.32.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तमसा अभिप्लुते लोके रजसा च एव भारत व्यतिष्ठन् वै मुहूर्तम् तु व्यूढ-अनीकाः प्रहारिणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तमसा | तमस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अभिप्लुते | अभिप्लु | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
रजसा | रजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
व्यतिष्ठन् | विष्ठा | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
वै | वै | pos=i |
मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
व्यूढ | व्यूह् | pos=va,comp=y,f=part |
अनीकाः | अनीक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्रहारिणः | प्रहारिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |