महाभारतम् — 4.26.8
Original
Segmented
यथावत् पाण्डु-पुत्राणाम् सर्व-अर्थेषु धृत-आत्मनाम् दुर्ज्ञेयाः खलु शूरासः ते अपापाः तपसा वृताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथावत् | यथावत् | pos=i |
पाण्डु | पाण्डु | pos=n,comp=y |
पुत्राणाम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=p |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
अर्थेषु | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
धृत | धृ | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मनाम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
दुर्ज्ञेयाः | दुर्ज्ञेय | pos=a,g=m,c=1,n=p |
खलु | खलु | pos=i |
शूरासः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
अपापाः | अपाप | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
वृताः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |