महाभारतम् — 4.22.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच तस्मिन् काले समागम्य सर्वे तत्र अस्य बान्धवाः रुरुदुः कीचकम् दृष्ट्वा परिवार्य समन्ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
समागम्य | समागम् | pos=vi |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
बान्धवाः | बान्धव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
रुरुदुः | रुद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
कीचकम् | कीचक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
परिवार्य | परिवारय् | pos=vi |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |