Original

कीचकं घातयित्वा तु द्रौपदी योषितां वरा ।प्रहृष्टा गतसंतापा सभापालानुवाच ह ॥ ६३ ॥

Segmented

कीचकम् घातयित्वा तु द्रौपदी योषिताम् वरा प्रहृष्टा गत-संतापा सभ-पालान् उवाच ह

Analysis

Word Lemma Parse
कीचकम् कीचक pos=n,g=m,c=2,n=s
घातयित्वा घातय् pos=vi
तु तु pos=i
द्रौपदी द्रौपदी pos=n,g=f,c=1,n=s
योषिताम् योषित् pos=n,g=f,c=6,n=p
वरा वर pos=a,g=f,c=1,n=s
प्रहृष्टा प्रहृष् pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
गत गम् pos=va,comp=y,f=part
संतापा संताप pos=n,g=f,c=1,n=s
सभ सभा pos=n,comp=y
पालान् पाल pos=n,g=m,c=2,n=p
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i