Original

उवाच च महातेजा द्रौपदीं पाण्डुनन्दनः ।पश्यैनमेहि पाञ्चालि कामुकोऽयं यथा कृतः ॥ ६१ ॥

Segmented

उवाच च महा-तेजाः द्रौपदीम् पाण्डु-नन्दनः पश्य एनम् एहि पाञ्चालि कामुको ऽयम् यथा कृतः

Analysis

Word Lemma Parse
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
महा महत् pos=a,comp=y
तेजाः तेजस् pos=n,g=m,c=1,n=s
द्रौपदीम् द्रौपदी pos=n,g=f,c=2,n=s
पाण्डु पाण्डु pos=n,comp=y
नन्दनः नन्दन pos=n,g=m,c=1,n=s
पश्य पश् pos=v,p=2,n=s,l=lot
एनम् एनद् pos=n,g=m,c=2,n=s
एहि pos=v,p=2,n=s,l=lot
पाञ्चालि पाञ्चाली pos=n,g=f,c=8,n=s
कामुको कामुक pos=a,g=m,c=1,n=s
ऽयम् इदम् pos=n,g=m,c=1,n=s
यथा यथा pos=i
कृतः कृ pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part