महाभारतम् — 4.20.17
Original
Segmented
तस्या विदित्वा तम् भावम् स्वयम् च अनृत-दर्शनः कीचको ऽयम् सु दुष्ट-आत्मा सदा प्रार्थयते हि माम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्या | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
विदित्वा | विद् | pos=vi |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भावम् | भाव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
च | च | pos=i |
अनृत | अनृत | pos=a,comp=y |
दर्शनः | दर्शन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कीचको | कीचक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
दुष्ट | दुष्ट | pos=a,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
प्रार्थयते | प्रार्थय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
हि | हि | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |