Original

त्वमेव भीम जानीषे यन्मे पार्थ सुखं पुरा ।साहं दासत्वमापन्ना न शान्तिमवशा लभे ॥ १५ ॥

Segmented

त्वम् एव भीम जानीषे यत् मे पार्थ सुखम् पुरा सा अहम् दास-त्वम् आपन्ना न शान्तिम् अवशा लभे

Analysis

Word Lemma Parse
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
एव एव pos=i
भीम भीम pos=n,g=m,c=8,n=s
जानीषे ज्ञा pos=v,p=2,n=s,l=lat
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
पार्थ पार्थ pos=n,g=m,c=8,n=s
सुखम् सुख pos=n,g=n,c=1,n=s
पुरा पुरा pos=i
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
दास दास pos=n,comp=y
त्वम् त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
आपन्ना आपद् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
pos=i
शान्तिम् शान्ति pos=n,g=f,c=2,n=s
अवशा अवश pos=a,g=f,c=1,n=s
लभे लभ् pos=v,p=1,n=s,l=lat