महाभारतम् — 4.15.40
Original
Segmented
सुदेष्णा उवाच घातयामि सु केशान्ते कीचकम् यदि मन्यसे यो ऽसौ त्वाम् काम-संमत्तः दुर्लभाम् अभिमन्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुदेष्णा | सुदेष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
घातयामि | घातय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
सु | सु | pos=i |
केशान्ते | केशान्त | pos=n,g=f,c=8,n=s |
कीचकम् | कीचक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
मन्यसे | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽसौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
काम | काम | pos=n,comp=y |
संमत्तः | सम्मद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
दुर्लभाम् | दुर्लभ | pos=a,g=f,c=2,n=s |
अभिमन्यते | अभिमन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |