महाभारतम् — 4.15.38
Original
Segmented
सुदेष्णा उवाच कः त्वा अवधीत् वर-आरोहे कस्माद् रोदिषि शोभने कस्य अद्य न सुखम् भद्रे केन ते विप्रियम् कृतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुदेष्णा | सुदेष्णा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अवधीत् | वध् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
वर | वर | pos=a,comp=y |
आरोहे | आरोह | pos=n,g=f,c=8,n=s |
कस्माद् | कस्मात् | pos=i |
रोदिषि | रुद् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
शोभने | शोभन | pos=a,g=f,c=8,n=s |
कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
न | न | pos=i |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भद्रे | भद्र | pos=a,g=f,c=8,n=s |
केन | क | pos=n,g=m,c=3,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
विप्रियम् | विप्रिय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |