महाभारतम् — 4.15.12
Original
Segmented
अथ अङ्गुष्ठेन अवमृद्नात् अङ्गुष्ठम् तस्य धर्मराट् प्रबोधन-भयात् राजन् भीमस्य प्रत्यषेधयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
अङ्गुष्ठेन | अङ्गुष्ठ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अवमृद्नात् | अवमृद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अङ्गुष्ठम् | अङ्गुष्ठ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धर्मराट् | धर्मराज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रबोधन | प्रबोधन | pos=n,comp=y |
भयात् | भय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भीमस्य | भीम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रत्यषेधयत् | प्रतिषेधय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |