Original

याज्ञसेनी सुदेष्णां तु शुश्रूषन्ती विशां पते ।अवसत्परिचारार्हा सुदुःखं जनमेजय ॥ २ ॥

Segmented

याज्ञसेनी सुदेष्णाम् तु शुश्रूषन्ती विशाम् पते अवसत् परिचार-अर्हा सु दुःखम् जनमेजय

Analysis

Word Lemma Parse
याज्ञसेनी याज्ञसेनी pos=n,g=f,c=1,n=s
सुदेष्णाम् सुदेष्णा pos=n,g=f,c=2,n=s
तु तु pos=i
शुश्रूषन्ती शुश्रूष् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
विशाम् विश् pos=n,g=f,c=6,n=p
पते पति pos=n,g=m,c=8,n=s
अवसत् वस् pos=v,p=3,n=s,l=lan
परिचार परिचार pos=n,comp=y
अर्हा अर्ह pos=a,g=f,c=1,n=s
सु सु pos=i
दुःखम् दुःख pos=a,g=n,c=2,n=s
जनमेजय जनमेजय pos=n,g=m,c=8,n=s