महाभारतम् — 4.10.7
Original
Segmented
वृद्धो हि अहम् वै परिहार-कामः सर्वान् मत्स्यान् तरसा पालयस्व न एवंविधाः क्लीब-रूपाः भवन्ति कथंचन इति प्रतिभाति मे मनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वृद्धो | वृद्ध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
परिहार | परिहार | pos=n,comp=y |
कामः | काम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
मत्स्यान् | मत्स्य | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तरसा | तरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
पालयस्व | पालय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
न | न | pos=i |
एवंविधाः | एवंविध | pos=a,g=m,c=1,n=p |
क्लीब | क्लीब | pos=a,comp=y |
रूपाः | रूप | pos=n,g=m,c=1,n=p |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
कथंचन | कथंचन | pos=i |
इति | इति | pos=i |
प्रतिभाति | प्रतिभा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |