महाभारतम् — 4.10.11
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच बृहन्नडाम् ताम् अभिवीक्ष्य मत्स्य-राज् कलासु नृत्ते च तथा एव वादिते अपुंस्त्वम् अपि अस्य निशम्य च स्थिरम् ततः कुमारी-पुरम् उत्ससर्ज तम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
बृहन्नडाम् | बृहन्नड | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अभिवीक्ष्य | अभिवीक्ष् | pos=vi |
मत्स्य | मत्स्य | pos=n,comp=y |
राज् | राज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कलासु | कला | pos=n,g=f,c=7,n=p |
नृत्ते | नृत्त | pos=n,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
वादिते | वादित | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अपुंस्त्वम् | अपुंस्त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
निशम्य | निशामय् | pos=vi |
च | च | pos=i |
स्थिरम् | स्थिर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
कुमारी | कुमारी | pos=n,comp=y |
पुरम् | पुर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उत्ससर्ज | उत्सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |