महाभारतम् — 4.1.18
Original
Segmented
न दुःखम् उचितम् किंचिद् राजन् वेद यथा जनः स इमाम् आपदम् प्राप्य कथम् घोराम् तरिष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उचितम् | उचित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वेद | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यथा | यथा | pos=i |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आपदम् | आपद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
कथम् | कथम् | pos=i |
घोराम् | घोर | pos=a,g=f,c=2,n=s |
तरिष्यसि | तृ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |