महाभारतम् — 3.98.9
Original
Segmented
स वाच्यः सहितैः सर्वैः भवद्भिः जय-काङ्क्षिभिः स्वानि अस्थीनि प्रयच्छ इति त्रैलोक्यस्य हिताय वै स शरीरम् समुत्सृज्य स्वानि अस्थीनि प्रदास्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वाच्यः | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
सहितैः | सहित | pos=a,g=m,c=3,n=p |
सर्वैः | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भवद्भिः | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
जय | जय | pos=n,comp=y |
काङ्क्षिभिः | काङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
स्वानि | स्व | pos=a,g=n,c=2,n=p |
अस्थीनि | अस्थि | pos=n,g=n,c=2,n=p |
प्रयच्छ | प्रयम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
त्रैलोक्यस्य | त्रैलोक्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
हिताय | हित | pos=n,g=n,c=4,n=s |
वै | वै | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शरीरम् | शरीर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
समुत्सृज्य | समुत्सृज् | pos=vi |
स्वानि | स्व | pos=a,g=n,c=2,n=p |
अस्थीनि | अस्थि | pos=n,g=n,c=2,n=p |
प्रदास्यति | प्रदा | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |