Original

अहं च कर्णं जानामि यथावद्भरतर्षभ ।न स पार्थस्य संग्रामे कलामर्हति षोडशीम् ॥ १९ ॥

Segmented

अहम् च कर्णम् जानामि यथावद् भरत-ऋषभ न स पार्थस्य संग्रामे कलाम् अर्हति षोडशीम्

Analysis

Word Lemma Parse
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
pos=i
कर्णम् कर्ण pos=n,g=m,c=2,n=s
जानामि ज्ञा pos=v,p=1,n=s,l=lat
यथावद् यथावत् pos=i
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
पार्थस्य पार्थ pos=n,g=m,c=6,n=s
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
कलाम् कला pos=n,g=f,c=2,n=s
अर्हति अर्ह् pos=v,p=3,n=s,l=lat
षोडशीम् षोडश pos=a,g=f,c=2,n=s