Original

अमृतादुत्थितं रौद्रं तल्लब्धं सव्यसाचिना ।तत्समन्त्रं ससंहारं सप्रायश्चित्तमङ्गलम् ॥ ११ ॥

Segmented

अमृताद् उत्थितम् रौद्रम् तत् लब्धम् सव्यसाचिना तत् स मन्त्रम् स संहारम् स प्रायश्चित्त-मङ्गलम्

Analysis

Word Lemma Parse
अमृताद् अमृत pos=n,g=n,c=5,n=s
उत्थितम् उत्था pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
रौद्रम् रौद्र pos=a,g=n,c=1,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
लब्धम् लभ् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
सव्यसाचिना सव्यसाचिन् pos=n,g=m,c=3,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
मन्त्रम् मन्त्र pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
संहारम् संहार pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
प्रायश्चित्त प्रायश्चित्त pos=n,comp=y
मङ्गलम् मङ्गल pos=n,g=n,c=1,n=s