महाभारतम् — 3.85.21
Original
Segmented
यत्र देव-वनम् रम्यम् तापसैः उपशोभितम् बाहुदा च नदी यत्र नन्दा च गिरि-मूर्ध्नि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत्र | यत्र | pos=i |
देव | देव | pos=n,comp=y |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
रम्यम् | रम्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तापसैः | तापस | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उपशोभितम् | उपशोभय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
बाहुदा | बाहुदा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
नदी | नदी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
नन्दा | नन्दा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
मूर्ध्नि | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |