महाभारतम् — 3.85.11
Original
Segmented
पाञ्चालेषु च कौरव्य कथयन्त्य् उत्पलावतम् विश्वामित्रो ऽयजद् यत्र शक्रेण सह कौशिकः यत्र अनुवंशम् भगवान् जामदग्न्यः तथा जगौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पाञ्चालेषु | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
कौरव्य | कौरव्य | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कथयन्त्य् | कथय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
उत्पलावतम् | उत्पलावत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विश्वामित्रो | विश्वामित्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयजद् | यज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
यत्र | यत्र | pos=i |
शक्रेण | शक्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सह | सह | pos=i |
कौशिकः | कौशिक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
अनुवंशम् | अनुवंश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
जामदग्न्यः | जामदग्न्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
जगौ | गा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |