Original

ततो गिरिवरश्रेष्ठे चित्रकूटे विशां पते ।मन्दाकिनीं समासाद्य नदीं पापप्रमोचनीम् ॥ ५५ ॥

Segmented

ततो गिरि-वर-श्रेष्ठे चित्रकूटे विशाम् पते मन्दाकिनीम् समासाद्य नदीम् पाप-प्रमोचनाम्

Analysis

Word Lemma Parse
ततो ततस् pos=i
गिरि गिरि pos=n,comp=y
वर वर pos=a,comp=y
श्रेष्ठे श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=7,n=s
चित्रकूटे चित्रकूट pos=n,g=m,c=7,n=s
विशाम् विश् pos=n,g=f,c=6,n=p
पते पति pos=n,g=m,c=8,n=s
मन्दाकिनीम् मन्दाकिनी pos=n,g=f,c=2,n=s
समासाद्य समासादय् pos=vi
नदीम् नदी pos=n,g=f,c=2,n=s
पाप पाप pos=n,comp=y
प्रमोचनाम् प्रमोचन pos=a,g=f,c=2,n=s