महाभारतम् — 3.83.1
Original
Segmented
पुलस्त्य उवाच अथ संध्याम् समासाद्य संवेद्यम् तीर्थम् उत्तमम् उपस्पृश्य नरो विद्वान् भवेत् न अस्ति अत्र संशयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पुलस्त्य | पुलस्त्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अथ | अथ | pos=i |
संध्याम् | संधि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
संवेद्यम् | संवेद्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तीर्थम् | तीर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
उपस्पृश्य | उपस्पृश् | pos=vi |
नरो | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विद्वान् | विद्वस् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अत्र | अत्र | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |