महाभारतम् — 3.82.83
Original
Segmented
योनिद्वारम् च तत्र एव विश्रुतम् भरत-ऋषभ तत्र अभिगम्य मुच्येत पुरुषो योनि-संकरात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
योनिद्वारम् | योनिद्वार | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
एव | एव | pos=i |
विश्रुतम् | विश्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
अभिगम्य | अभिगम् | pos=vi |
मुच्येत | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
पुरुषो | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
योनि | योनि | pos=n,comp=y |
संकरात् | संकर | pos=n,g=m,c=5,n=s |