महाभारतम् — 3.82.70
Original
Segmented
मार्कण्डेयस्य राज-इन्द्र तीर्थम् आसाद्य दुर्लभम् गोमती-गङ्गा च एव संगमे लोक-विश्रुते अग्निष्टोमम् अवाप्नोति कुलम् च एव समुद्धरेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मार्कण्डेयस्य | मार्कण्डेय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तीर्थम् | तीर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
दुर्लभम् | दुर्लभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
गोमती | गोमती | pos=n,comp=y |
गङ्गा | गङ्गा | pos=n,g=f,c=6,n=d |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
संगमे | संगम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
विश्रुते | विश्रु | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
अग्निष्टोमम् | अग्निष्टोम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवाप्नोति | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कुलम् | कुल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
समुद्धरेत् | समुद्धृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |