महाभारतम् — 3.82.68
Original
Segmented
ततो गच्छेत राज-इन्द्र भर्तृस्थानम् अनुत्तमम् कोटितीर्थे नरः स्नात्वा अर्चयित्वा गुहम् नृप गो सहस्र-फलम् विन्देत् तेजस्वी च भवेन् नरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
गच्छेत | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भर्तृस्थानम् | भर्तृस्थान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अनुत्तमम् | अनुत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कोटितीर्थे | कोटितीर्थ | pos=n,g=n,c=7,n=s |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्नात्वा | स्ना | pos=vi |
अर्चयित्वा | अर्चय् | pos=vi |
गुहम् | गुह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
गो | गो | pos=i |
सहस्र | सहस्र | pos=n,comp=y |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विन्देत् | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तेजस्वी | तेजस्विन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
भवेन् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |