महाभारतम् — 3.82.40
Original
Segmented
दर्वीसंक्रमणम् प्राप्य तीर्थम् त्रैलोक्य-विश्रुतम् अश्वमेधम् अवाप्नोति स्वर्ग-लोकम् च गच्छति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दर्वीसंक्रमणम् | दर्वीसंक्रमण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
तीर्थम् | तीर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
त्रैलोक्य | त्रैलोक्य | pos=n,comp=y |
विश्रुतम् | विश्रु | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
अश्वमेधम् | अश्वमेध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवाप्नोति | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |