महाभारतम् — 3.82.13
Original
Segmented
ऋषयो ऽभ्यागतास् तत्र देव्या भक्त्या तपोधनाः आतिथ्यम् च कृतम् तेषाम् शाकेन किल भारत ततः शाकम्भरी इति एव नाम तस्याः प्रतिष्ठितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ऋषयो | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽभ्यागतास् | अभ्यागम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तत्र | तत्र | pos=i |
देव्या | देवी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
भक्त्या | भक्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
तपोधनाः | तपोधन | pos=a,g=m,c=1,n=p |
आतिथ्यम् | आतिथ्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
शाकेन | शाक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
किल | किल | pos=i |
भारत | भारत | pos=a,g=m,c=8,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
शाकम्भरी | शाकम्भरी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
एव | एव | pos=i |
नाम | नामन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तस्याः | तद् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
प्रतिष्ठितम् | प्रतिष्ठा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |