महाभारतम् — 3.82.104
Original
Segmented
तत्र कोटिस् तु तीर्थानाम् विश्रुता भरत-ऋषभ कूर्म-रूपेण राज-इन्द्र असुरेण दुरात्मना हृ-आहृता राजन् विष्णुना प्रभविष्णुना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
कोटिस् | कोटि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
तीर्थानाम् | तीर्थ | pos=n,g=n,c=6,n=p |
विश्रुता | विश्रु | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कूर्म | कूर्म | pos=n,comp=y |
रूपेण | रूप | pos=n,g=m,c=3,n=s |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
असुरेण | असुर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
दुरात्मना | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
हृ | हृ | pos=va,comp=y,f=part |
आहृता | आहृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विष्णुना | विष्णु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
प्रभविष्णुना | प्रभविष्णु | pos=a,g=m,c=3,n=s |