महाभारतम् — 3.81.87
Original
Segmented
तत्र विष्णुपदे स्नात्वा अर्चयित्वा च वामनम् सर्व-पाप-विशुद्ध-आत्मा विष्णु-लोकम् अवाप्नुयात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
विष्णुपदे | विष्णुपद | pos=n,g=n,c=7,n=s |
स्नात्वा | स्ना | pos=vi |
अर्चयित्वा | अर्चय् | pos=vi |
च | च | pos=i |
वामनम् | वामन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
पाप | पाप | pos=n,comp=y |
विशुद्ध | विशुध् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विष्णु | विष्णु | pos=n,comp=y |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवाप्नुयात् | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |