Original

कुरुक्षेत्रस्य तद्द्वारं विश्रुतं भरतर्षभ ।प्रदक्षिणमुपावृत्य तीर्थसेवी समाहितः ॥ २० ॥

Segmented

कुरुक्षेत्रस्य तद् द्वारम् विश्रुतम् भरत-ऋषभ प्रदक्षिणम् उपावृत्य तीर्थ-सेवी समाहितः

Analysis

Word Lemma Parse
कुरुक्षेत्रस्य कुरुक्षेत्र pos=n,g=n,c=6,n=s
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
द्वारम् द्वार pos=n,g=n,c=1,n=s
विश्रुतम् विश्रु pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रदक्षिणम् प्रदक्षिण pos=a,g=m,c=2,n=s
उपावृत्य उपावृत् pos=vi
तीर्थ तीर्थ pos=n,comp=y
सेवी सेविन् pos=a,g=m,c=1,n=s
समाहितः समाहित pos=a,g=m,c=1,n=s