महाभारतम् — 3.81.152
Original
Segmented
ततः स्वस्तिपुरम् गच्छेत् तीर्थ-सेवी नर-अधिपैः पावनम् तीर्थम् आसाद्य तर्पयेत् पितृ-देवताः अग्निष्टोमस्य यज्ञस्य फलम् प्राप्नोति मानवः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
स्वस्तिपुरम् | स्वस्तिपुर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गच्छेत् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तीर्थ | तीर्थ | pos=n,comp=y |
सेवी | सेविन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नर | नर | pos=n,comp=y |
अधिपैः | अधिप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पावनम् | पावन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तीर्थम् | तीर्थ | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
तर्पयेत् | तर्पय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
पितृ | पितृ | pos=n,comp=y |
देवताः | देवता | pos=n,g=f,c=2,n=p |
अग्निष्टोमस्य | अग्निष्टोम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यज्ञस्य | यज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मानवः | मानव | pos=n,g=m,c=1,n=s |