महाभारतम् — 3.81.121
Original
Segmented
ब्रह्म-योनिम् समासाद्य शुचिः प्रयत-मानसः तत्र स्नात्वा नर-व्याघ्र ब्रह्म-लोकम् प्रपद्यते पुनात्य् आसप्तमम् च एव कुलम् न अस्ति अत्र संशयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
योनिम् | योनि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
शुचिः | शुचि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रयत | प्रयम् | pos=va,comp=y,f=part |
मानसः | मानस | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
स्नात्वा | स्ना | pos=vi |
नर | नर | pos=n,comp=y |
व्याघ्र | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रपद्यते | प्रपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पुनात्य् | पू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
आसप्तमम् | आसप्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
कुलम् | कुल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अत्र | अत्र | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |