महाभारतम् — 3.81.117
Original
Segmented
कार्तिकेयः च भगवांस् त्रिसंध्यम् किल भारत सांनिध्यम् अकरोत् तत्र भार्गव-प्रिय-काम्या
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कार्तिकेयः | कार्त्तिकेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
भगवांस् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्रिसंध्यम् | त्रिसंध्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
किल | किल | pos=i |
भारत | भारत | pos=a,g=m,c=8,n=s |
सांनिध्यम् | सांनिध्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तत्र | तत्र | pos=i |
भार्गव | भार्गव | pos=n,comp=y |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
काम्या | काम्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |