Original

सिन्धूत्तममिति ख्यातं सर्वपापप्रणाशनम् ।तत्र स्नात्वा नरश्रेष्ठ लभेद्बहु सुवर्णकम् ॥ ९५ ॥

Segmented

सिन्धूत्तमम् इति ख्यातम् सर्व-पाप-प्रणाशनम् तत्र स्नात्वा नर-श्रेष्ठ लभेद् बहु सुवर्णकम्

Analysis

Word Lemma Parse
सिन्धूत्तमम् सिन्धूत्तम pos=n,g=n,c=1,n=s
इति इति pos=i
ख्यातम् ख्या pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
सर्व सर्व pos=n,comp=y
पाप पाप pos=n,comp=y
प्रणाशनम् प्रणाशन pos=a,g=n,c=1,n=s
तत्र तत्र pos=i
स्नात्वा स्ना pos=vi
नर नर pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
लभेद् लभ् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
बहु बहु pos=a,g=n,c=2,n=s
सुवर्णकम् सुवर्णक pos=n,g=n,c=2,n=s