Original

शिरसा चार्घ्यमादाय शुचिः प्रयतमानसः ।नाम संकीर्तयामास तस्मिन्ब्रह्मर्षिसत्तमे ॥ १८ ॥

Segmented

शिरसा च अर्घ्यम् आदाय शुचिः प्रयत-मानसः नाम संकीर्तयामास तस्मिन् ब्रह्मर्षि-सत्तमे

Analysis

Word Lemma Parse
शिरसा शिरस् pos=n,g=n,c=3,n=s
pos=i
अर्घ्यम् अर्घ्य pos=n,g=n,c=2,n=s
आदाय आदा pos=vi
शुचिः शुचि pos=a,g=m,c=1,n=s
प्रयत प्रयम् pos=va,comp=y,f=part
मानसः मानस pos=n,g=m,c=1,n=s
नाम नामन् pos=n,g=n,c=2,n=s
संकीर्तयामास संकीर्तय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
तस्मिन् तद् pos=n,g=m,c=7,n=s
ब्रह्मर्षि ब्रह्मर्षि pos=n,comp=y
सत्तमे सत्तम pos=a,g=m,c=7,n=s