Original

ततो गच्छेत धर्मज्ञ भीमायाः स्थानमुत्तमम् ।तत्र स्नात्वा तु योन्यां वै नरो भरतसत्तम ॥ १०० ॥

Segmented

ततो गच्छेत धर्म-ज्ञ भीमायाः स्थानम् उत्तमम् तत्र स्नात्वा तु योन्याम् वै नरो भरत-सत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
ततो ततस् pos=i
गच्छेत गम् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
धर्म धर्म pos=n,comp=y
ज्ञ ज्ञ pos=a,g=m,c=8,n=s
भीमायाः भीमा pos=n,g=f,c=6,n=s
स्थानम् स्थान pos=n,g=n,c=2,n=s
उत्तमम् उत्तम pos=a,g=n,c=2,n=s
तत्र तत्र pos=i
स्नात्वा स्ना pos=vi
तु तु pos=i
योन्याम् योनि pos=n,g=f,c=7,n=s
वै वै pos=i
नरो नर pos=n,g=m,c=1,n=s
भरत भरत pos=n,comp=y
सत्तम सत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s