महाभारतम् — 3.8.13
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच एवम् उक्तस् तु कर्णेन राजा दुर्योधनस् तदा न अति हृष्ट-मनाः क्षिप्रम् अभवत् स पराङ्मुखः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तस् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
कर्णेन | कर्ण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दुर्योधनस् | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
न | न | pos=i |
अति | अति | pos=i |
हृष्ट | हृष् | pos=va,comp=y,f=part |
मनाः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पराङ्मुखः | पराङ्मुख | pos=a,g=m,c=1,n=s |