महाभारतम् — 3.79.4
Original
Segmented
वैशम्पायन उवाच गते तु काम्यकात् तात पाण्डवे सव्यसाचिनि बभूवुः कौरवेयास् ते दुःख-शोक-परायणाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशम्पायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
गते | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
काम्यकात् | काम्यक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पाण्डवे | पाण्डव | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सव्यसाचिनि | सव्यसाचिन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
बभूवुः | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
कौरवेयास् | कौरवेय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
परायणाः | परायण | pos=n,g=m,c=1,n=p |