Original

तमृते फल्गुनं वीरं न लभे काम्यके धृतिम् ।शून्यामिव च पश्यामि तत्र तत्र महीमिमाम् ॥ २२ ॥

Segmented

तम् ऋते फल्गुनम् वीरम् न लभे काम्यके धृतिम् शून्याम् इव च पश्यामि तत्र तत्र महीम् इमाम्

Analysis

Word Lemma Parse
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
ऋते ऋते pos=i
फल्गुनम् फल्गुन pos=n,g=m,c=2,n=s
वीरम् वीर pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
लभे लभ् pos=v,p=1,n=s,l=lat
काम्यके काम्यक pos=n,g=m,c=7,n=s
धृतिम् धृति pos=n,g=f,c=2,n=s
शून्याम् शून्य pos=a,g=f,c=2,n=s
इव इव pos=i
pos=i
पश्यामि दृश् pos=v,p=1,n=s,l=lat
तत्र तत्र pos=i
तत्र तत्र pos=i
महीम् मही pos=n,g=f,c=2,n=s
इमाम् इदम् pos=n,g=f,c=2,n=s