Original

नीलाम्बुदसमप्रख्यं मत्तमातङ्गविक्रमम् ।तमृते पुण्डरीकाक्षं काम्यकं नातिभाति मे ॥ १४ ॥

Segmented

नील-अम्बुद-सम-प्रख्यम् मत्त-मातङ्ग-विक्रमम् तम् ऋते पुण्डरीक-अक्षम् काम्यकम् न अतिभाति मे

Analysis

Word Lemma Parse
नील नील pos=a,comp=y
अम्बुद अम्बुद pos=n,comp=y
सम सम pos=n,comp=y
प्रख्यम् प्रख्या pos=n,g=m,c=2,n=s
मत्त मद् pos=va,comp=y,f=part
मातङ्ग मातंग pos=n,comp=y
विक्रमम् विक्रम pos=n,g=m,c=2,n=s
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
ऋते ऋते pos=i
पुण्डरीक पुण्डरीक pos=n,comp=y
अक्षम् अक्ष pos=n,g=m,c=2,n=s
काम्यकम् काम्यक pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
अतिभाति अतिभा pos=v,p=3,n=s,l=lat
मे मद् pos=n,g=,c=4,n=s