Original

प्रस्थाप्य पुष्करं राजा वित्तवन्तमनामयम् ।प्रविवेश पुरं श्रीमानत्यर्थमुपशोभितम् ।प्रविश्य सान्त्वयामास पौरांश्च निषधाधिपः ॥ २९ ॥

Segmented

प्रस्थाप्य पुष्करम् राजा वित्तवन्तम् अनामयम् प्रविवेश पुरम् श्रीमान् अत्यर्थम् उपशोभितम् प्रविश्य सान्त्वयामास पौरान् च निषध-अधिपः

Analysis

Word Lemma Parse
प्रस्थाप्य प्रस्थापय् pos=vi
पुष्करम् पुष्कर pos=n,g=m,c=2,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
वित्तवन्तम् वित्तवत् pos=a,g=m,c=2,n=s
अनामयम् अनामय pos=a,g=m,c=2,n=s
प्रविवेश प्रविश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
पुरम् पुर pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रीमान् श्रीमत् pos=a,g=m,c=1,n=s
अत्यर्थम् अत्यर्थम् pos=i
उपशोभितम् उपशोभय् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
प्रविश्य प्रविश् pos=vi
सान्त्वयामास सान्त्वय् pos=v,p=3,n=s,l=lit
पौरान् पौर pos=n,g=m,c=2,n=p
pos=i
निषध निषध pos=n,comp=y
अधिपः अधिप pos=n,g=m,c=1,n=s