Original

विमुच्य मां गतः पापः स ततोऽहमिहागतः ।त्वदर्थं विपुलश्रोणि न हि मेऽन्यत्प्रयोजनम् ॥ २० ॥

Segmented

विमुच्य माम् गतः पापः स ततो ऽहम् इह आगतः त्वद्-अर्थम् विपुल-श्रोणि न हि मे ऽन्यत् प्रयोजनम्

Analysis

Word Lemma Parse
विमुच्य विमुच् pos=vi
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
गतः गम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
पापः पाप pos=a,g=m,c=1,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ततो ततस् pos=i
ऽहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
इह इह pos=i
आगतः आगम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
त्वद् त्वद् pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
विपुल विपुल pos=a,comp=y
श्रोणि श्रोणी pos=n,g=f,c=8,n=s
pos=i
हि हि pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
ऽन्यत् अन्य pos=n,g=n,c=1,n=s
प्रयोजनम् प्रयोजन pos=n,g=n,c=1,n=s